13 जब दछिन दिसरसे रसे-रसे हबा बहे लाग्लै तब उसब सोचल्कै कि आब हमसब जाइले सकब। जहाद चलाबैबलासब लङगर खोइलके केरेट टपुके काते-कात हैत जाइले लाग्लै।
जब दछिन दिसनसे हबा बहैछै तब तुसब कहैचिही, ‘बहुत गरम हेतै’ आ तैहनङे हैछै।
केरेटके बासिसब आ अरेबियोसब छै, तब हम आपन-आपन भसामे परमेस्वरके महान कामसबके चरचा ओइसबके करैत सुनैचियै।”
बहुत दिकतसे टपुके काते-काते अगा दिसन बरहैत हमसब लासिया सहरके नजदिक सुन्दर बन्दरगाह कहैबला ठाममे आइबगेलियै।
जार महिना बिताबैके लेल उ जहग उचित नै छेलै। अहै खातिर बहौत लोकसब कोनो भि हालतमे ओतेसे चैलके फोनिक्समे जार मास बिताइबै कैहके जहाद चलाबैले सल्लाह देल्कै। केरेट टपुके एक बन्दरगाह फोनिक्स चियै जकर मुहरा दछिन-पछिम आ उतर-पछिम तरफ घुमल छै।
जहादमेके लोकसब खाना नै खेने बहुतदिन भेल छेलै। ओइ बखत पावल ओइसबके कहल्कै, “हौ भाइ-भैयासब, अहाँसब हमर बात माइनके केरेटसे जहाद नै चलाइने रहतियै त नै यि बिपतमे एतियै, नै कोनो बिनासे हेतियै।
हमर अरह्याल बमौजी ओतेका रहल बाकी काम पुरा करैले आ हरेक सहरसबमे एल्डरसब छानैके लेल हम तोरा केरेट टपुमे छोइर देलियौ।
ओकरासबके एक गोरा अगमबक्तो एहेन कहनेछै, “केरेटके सबलोक हरदम झुठ बोलैबलासब, जङलके दुस्ट जानबरसब लखा स्वभाब भेल आ कोरहिया दलिदर लोकसब छै।”