26 तुसब देखैचिही आ सुनैचिही, कि एफिससमे मातरे नै महज एसियाके पुरे परान्तमे हाथसे बन्याल देबिदेबता कुछो नै चियौ कैहके पावल बहुत लोकसबके बहक्याके लगेलछै।
तैखातिर मुरुतिके चरह्याल खाइले मिलैछै कि नै मिलैछै तैके बारेमे हमसब जानैचियै कि, सन्सारके मुरती किछो नै चियै आ एक मातरे परमेस्वर बाहेक औरो कोइ नै छै।
उ बिपतसे बचलहा लोकसब आपन हाथके कामसबसे पस्चाताप नै करल्कै। उसब भुत-परेतसबके, देखैले नै सकैबला, सुनैले नै सकैबला आ चलै-फिरै नै सकैबला सोना, चानी, काँस, पथल आ काठके मुरतीसबके पुजैलै नै छोरल्कै।
कथिलेकी जब हमसब तोरासबलग एलियौ त तुसब कनङके हमरासबके स्वागत कैल्ही आ जिबित आ सत परमेस्वरके सेबा करैके लेल कनङके मुरतिपुजा करैले छोइरदेल्ही से बात त लोकसब आपने कहैछै।