हम यि छोट चिठी बिस्बासयोग्य भाइ सिलाससे लिखाबैचियौ। हम तोरासबके साहस दैकेलेल आ तोरासबके जे भ्यारहलछौ उ परमेस्वरके सच्चा अनुगरह चियै कैहके गबाही दैचियौ। यि अनुगरहमे अस्थिर भ्याके रह।
हम त मुरुख जखा भेलियै, महज तुहिसब हमरा एहेन करैले कर लगेलिही। बास्तममे तोरेसबके हमर पक्छमे निक बात बोलैले परतियौ, कथिलेत हम किछो नै छेलियै तैयो महान परेरितसबसे त हम कम नै चियै।