हम तिन बेर लाठीसे माइर खेलियै। हम एकबेर पथलसे माइर खेलियै। हम पानी जहादके यातरा करैबेर तिन चोटी जहाद डुइबगेलै। एक दिन आ एक रात हम समुन्दरमे बिताइलियै।
कि उसब खिरिस्टके सेबक चियै? हम बताह लोक जखा बोलैचियै, महज हम ओकरासबसे औरो असल सेबक चियै। ओकरासबसे त हम औरो बहौत मेहनत करनेचियै। कतहेक बेर त हम जहलमे परलियै, बहुत बेर कोर्रासे पिटाइ खेलियै आ बहुतो बेर कालके मुहसे बचल चियै।
तब ओतेसे उसब पानी जहादमे चहैरके एन्टिओखिया सहरमे गेलै, जते परभुमे बिस्बास करैबला लोकसब बरनाबास आ पावलके परमेस्वरके किरपामे सौपके परचारके काममे पठाइने छेलै, से काम पुरा कैरके एलै।