कथिलेकी जे सुसमाचार हमसब सुनेलियै उ सब्द मातरे नै महज सक्तीके साथ, पबितर आत्माके साथ आ पुरे निस्चयताके साथ एलै। जखन हमसब तोरासबके सङे रहलियै त केहेन चालचलनके जिबन जिलियै से तोरासबके थाहे छौ।
कि हम अस्थिर नै भेल जखा यि योजना बनाइने चियै कैहके तोरासबके लागैछौ? कि हम योजना बनाइतकाल सन्सारके लोक जखा एके छनमे “हँ” आ एके छनमे “नै” कैहके कहैचियै से?