18 उसब सच बातसे दुर भटकल घुरैछै। लोकसब मैरके जि उठैबला काम पैहने भ्यागेल्छै, कैहके कतहेक लोकके बिस्बासके बिगाइर देने छै।
परमेस्वर खिरिस्टके मरलसे जीयाके उठेल्कै कैहके हमसब परचार करैचियै त, कनङके तोरासबमेसे कोइ-कोइ मरल लोक जीके नै उठतै कहैचिही?
तै बखत तु बिस्बासमे असथिर रह आ असल बिबेक बच्याके राख। कोइ-कोइ बिबेक अनुसार नै चलैके कारन आपन बिस्बासके नास कैनेछै।
ओहै कारन हम उ पुस्तासे खिस्याके कहलियै, ‘ओइसबके हिरदय सबदिन हमरसे भटकैत रहैछै, उसब हमर कहल बात नै टेरैछै।’
उसब अपनासबके लोक नै रहै, तहै खातिर अपनासबके छोइरके चैलगेलै। यदि उसब अपनासबके लोकसब रहतियै त आपनेसबके सङे रहतियै। उसब अपनासबके नै चियौ से बात परस्टे छै से देखाइले उसब अपनासबके छोइरके चैलगेलै।
हे हमर भाइ-भैयासब, कोइ सतके बाटसे भटैकके जेतै आ कोइ ओकरा घुम्याके आन्तै त,
तिमोथी, यि बात तु ओइसबके बात-बातमे झगरा नै कर कैहके परमेस्वरके सामनेमे सम्झा। झगरासे ककरो भलाइ नै हैछै, बरु सुनैबला लोकसबके बिगारैछै।
कथिलेकी एहेन बातसबके पाछु लाइगके कतहेक लोक बिस्बाससे दुर भेलछै। तोरासबके सङे परमेस्वरके अनुगरह रहे।
कथिलेकी सब परकारके खराबी के जैर रुपैया-पैसाके मोह चियै। कतहेक गोरा अकर पछा लाइगके बिस्बाससे पछा हैट गेलछै आ उसब आपन उपर दुख कस्ट लाबने छै।
तुसब खिरिस्टसङे जिबित भेलाके कारनसे स्वरगके बातसब खोजी कर, जते खिरिस्ट परमेस्वरके देहना कातमे बैठलछै।
तोरासबमेसे सत लोकसब चिन्हैके लेल तोरासबमे बेमेल होनाइ जरुरी छै।
महज यदी यि परमेस्वरसे चियै त तुसब अकरा नै रोके सकबिही। नै त अनङ करबिही त तुसब परमेस्वरके बिरोधमे ठरा भेल देखबिही।”
पथलबला जमिनमे परलाहा उसब चियै, जे परमेस्वरके बचन सुइनके खुसिसाथ गरहन करैछै महज ओकर सिर नै हैके कारन ओकरासबके बिस्बास कुछ समयके लेल मातर हैछै। परिक्छाके बखत ओकरासबके पतन हैछै।
येसु ओइसबके जबाफ देल्कै, “तुसब भरममे परलचिही। तुसब पबितर धरमसास्तर आ परमेस्वरके सक्तीके बारेमे नै जानैचिही।
महज येसु जबाफ देल्कै, “स्वरगमे रहैबला हमर पिताके नै रोपल सब गाछ जैंरसे उखारलजेतै।
ओकरासबके मुहमे जाबी लगाइए परतै कथिलेत उसब पैसा-कौरी कमाबै खातिर झुठ सिक्छा सिख्याके सब घर परिबारमे उधपात मचाइने छै।