14 ओहैसे, हे हमर पिरिय सङिसब, ओइ दिनके आसमे रहैतकाल परमेस्वरके नजरमे सुध, निरदोस आ सान्तीमे रैहके जिबन जियैले कोसिस कर।
अपनासबके सान्ती दैबला परमेस्वर आपनेसे हरतरहसे तोरासबके पबितर राखे आ अपनासबके परभु येसु खिरिस्ट नै आबैतक तोरासबके आत्मा, परान, देह निरदोस रहे से हमर आसा चियै।
ओकर परेमसे तोरासबके मन नै डगमगाबे ताकि जब अपनासबके परभु येसु जहिया आपन पबितर जन सङे एतै तै बखत आपन परमेस्वर आ पिताके सामने तुसब पबितर आ निरदोस पाबे से हमरासबके परथना चियै।
ताकि तोरासबमे असल कथी चियै उ छुटयाबैले सक आ खिरिस्ट आबैबला दिनमे तुसब सुध आ निरदोस हैले सक।
तैखातिर हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, बिस्बासमे बलगर आ अस्थिर रह। तुसब परभुके काममे बरहैत जो, कथिलेत तुसब जानैचिही कि परभुमे तोरासबके मेहनत बेरथ नै हेतौ।
खिरिस्टमे एहेन आस करैबला, उ आपनोके खिरिस्टे जखा पबितर कैरके राखैछै।
अपनासबके परभु येसु खिरिस्ट आबैबला दिनमे तुसब निरदोस रह कैहके उ तोरासबके आखिरतक बौकार बनाइतौ।
अहिनङ तुसब पापी आ दुस्ट पुस्ताके बिचमे दाग नै भेल परमेस्वरके बेटा-बेटी जखा निरदोस आ सुध हेब्ही। जनङ तरासब अकासमे चमचम चम्कैछै, तहिनङे तुहुसब यि सन्सारमे ओइसबके बिचमे चम्कैले परतौ।
ओहिनङे बहुतो लोकके पाप छमाके लेल खिरिस्ट एकेबेर बली भेलै। उ दोसर बेर एतै त, ओइ बखत पाप छमाके लेल नै एतै, महज ओकरासबके मुक्तीके लेल एतै जेसब ओकर बाट ताकैत असियाल रहतै।
उ मुखिया धैनके हेतै, जब ओकर मालिक एतै तब ओकरा ओहिनङ काम करैत देखतै।
“हे परमपरभु, अहाँ आपन बचन अनुसार आब आपन सेबकके सान्तीसाथ सन्सारसे छुट्टी दियौ।
परमेस्वर पिताके मनपरैबला साँचोके धरम-करम एह्या चियै दुखमे परल बिधुवा आ टुगर-टापरसबके देखभाल करनाइ आ सन्सारके अधलाह बातसे अलग रहनाइ चियै।
महज हमसब त स्वरगके नागरिक चियै। मुक्ती दैबला हमरासबके परभु येसु खिरिस्ट स्वरगसे एतै कैहके हमसब ओकर बाट ताकैचियै।
यदी लोकसब तोरासबके ‘देख, उ सुनसान जगहमे छौ’ कैहके कहतौ त ओते नै जाइहे आ ‘देख, उ घर भितर छौ’ कैहके कहतौ त बिस्बास नै करिहे।
आपनसबके परभु येसु खिरिस्ट नै आबैतक सुध मनसे ओकर आग्यापालन कर ताकि तोरा कोइयो नै दोस लगाबे।
नास हैबला सोनाके आइगमे खाइरके सुध करल जखा तोरासबके बिस्बास ओहौसे मुल्यबान छौ। अहै खातिर तोरासबके बिस्बास सच ठहरे आ येसु खिरिस्ट परगट हैबला दिनमे परसन्सा, महिमा आ आदरके योग्य बने।
हे हमर पिरियसब, यि तोरासबके लेल लिखल दोसर चिठी चियौ। यि दुनु चिठीमे कतहेक बात सम्झना कराके तोरासबके ठिकसे बिचार करैके लेल उत्साहित करैले कोसिस करनेचियौ।
पावल सब चिठीसबमे अहिनङे बातसब लिख्नेछै। ओकर लिखल चिठीसबमे कोनो-कोनो बातसब बुझैले कठिनाइ हैछै। बात नै जानैबला लोक आ चनचल लोकसब ओकरा उल्टा पुल्टा अरथ लगाबैछै। उसब पबितर धरमसास्तरके सेहो ओहिने अरथ लगाबैछै। ओहिनाइते उसब आपनेके नासमे पुगाबैछै।
कुमाइर कनियासब हबर-दबर उठलै आ आपन-आपन चिरखाके ठिकठाक करल्कै।