12 हम उ चिठी अनियाय करैबला लोकके लेल नै लिखने चियै, नै त अनियायमे परल लोकके लेल महज अइ हेतुसे कि परमेस्वरके नजरमे हमरासबके परती तोरासबके वास्ता केहेन छौ, से तोरासबके थाह हेबे।
तुसब हरेक बिसयमे आग्याकारी चिही कि नै कैहके जाचैके लेल हम उ चिठी तोरासबके लिखने छेलियौ।
कथिलेत आपन घर परिबार असलसे नै चलाबे सकैबला कनङके मन्डलीके देखभाल करे सक्तै?
ओतबे नै, सब मन्डलीसबके चिन्ता फिकरीके बोझ हमरमे छै।
हम कथिले अनङ कहैचियौ त? कि हम तोरासबके परेम नै करैचियौ? परमेस्वर जानैछै कि हम तोरासबके परेम करैचियौ।
हम आपन चिठीसे तोरासबके दुखित करलियौ तैयो हमरा पछतावा नै छै। सुरुमे हमरा पछतावा त भेलै महज अखैन हमर चिठीसे तोरासबके कुछ समयके लेल मातरे दुखित बनाइल्कौ कैहके हमरा लागैये।
हमसब आपन फैदाके लेल परमेस्वरके बचन परचार करैबला बेपारी नै चियै। महज हमसब इमान्दार भ्याके खिरिस्टके सेबकके रुपमे परमेस्वर हमरासबके देखैछै से बात जाइनके ओकर बचन परचार करैचियै।