15 ओहैसे सैतानोके सेबकसब परमेस्वरके अगा धरमी सेबक जखा देखा परनाइ कोनो अचमके बात नै चियै। आखिरमे उसब आपनेसे करल कामके सजाय पाबतै।
बिनास ओइसबके अन्त चियै, पेट ओइसबके देबता चियै, लाज मानैबला बातसबमे उसब घमन्ड करैछै। ओइसबके मन सन्सारिक बातसबमे मातरे लागल रहैछै।
नरकके दुत ओइसबके रजा छेलै। हिबरु भसामे ओकर नाम “एबाड्डोन” आ गिरीक भसामे ओकर नाम “अपोल्लियोन” चियै। जकर अरथ “नास करैबला” चियै।
कथिलेकी परमेस्वरके आदर नै करैबला कोइ-कोइ पैहनिए दोसी ठहरल लोकसब तोरासबके बिचमे ककरो थाह नै द्याके ढुकल छौ। उसब परमेस्वरके नै मानैछै। परमेस्वरके देल अनुगरहके अधलाह कामसब करैले हथियार बनाइनेछै तब येसु खिरिस्टके एक मातरे परभु आ मालिक चियै सेहो कहैले इन्कार करैछै।
जब दोसी ठहराबैबला बेबस्था महिमामय छेलै त कि धरमी ठहराबैबला काम ओइसे बेसी महिमामय नै हेतै?
“ऐ सैतानके बच्चा, सब सतकरमके दुस्मन, तु सबकिसीमके छलकपट आ बैमानीसे भरल चिही! कि तु सोझ बाटके टेढ करैले नै छोरबिही?
पहिन्का जानबरके लेल देखाइबला अजगुतके चेन्हासब दुवारा उ सन्सारके सब लोकसबके बहकेल्कै। तरबारके बहौत गैहर चोटसे निक भेल ओइ जानबरके सम्मानमे एकटा मुरती बनाबैके आदेस दोसर जानबर सन्सारके लोकसबके देल्कै।
उ जानबर चितुवा जखा लागैछेलै। ओकर टाङ भालु जखा छेलै आ मुह सिंह जखा छेलै। उ अजेगर आपन सक्ती, सिंहासन आ बरका अधिकार ओहै जानबरके देल्कै।
उसब लोभमे पैरके झुठा बातसब बनाइतौ आ तोरासबसे फैदा उठेतौ। ओइसबके दन्डके आदेस पहिने भ्यागेल छै आ ओइसबके नास पक्के हेतै।
कथिलेत अपनासबके लराइ देह आ लहुके बिरोधमे नै महज सासकसबके बिरोध, सक्तिसबके बिरोध, अखुन्का अन्हार जुगके सन्सारिक सासकसब आ स्वरगके ठामसबमे भेल दुस्ट आत्माके सेनासबके बिरोधमे चियै।
कि उसब खिरिस्टके सेबक चियै? हम बताह लोक जखा बोलैचियै, महज हम ओकरासबसे औरो असल सेबक चियै। ओकरासबसे त हम औरो बहौत मेहनत करनेचियै। कतहेक बेर त हम जहलमे परलियै, बहुत बेर कोर्रासे पिटाइ खेलियै आ बहुतो बेर कालके मुहसे बचल चियै।
कथिलेकी एहेन लोकसब झुठा परेरितसब आ छली काम करैबलासब चियै। उसब खिरिस्टके परेरितसबके भेस धैरके चलैबलासब मातरे चियै।
तोरासबके बिचमे हमसब आत्मिक बिया छिटने चियौ। यदि हमसब तोरासबसे कुछ चिज लैचियौ त, कि उ अनियाय भेलौ से?
परमेस्वर हरेक लोकके ओकर करल करम अनुसारके फल देतै।
कोइ कोइ यह्या दोस हमरासबके लगाइछै, “हमसब जतहेक पाप करबै ततहेक बेसिसे परमेस्वरके आदर हेतै।” एहेन दोस लगाइबला लोकसबके परमेस्वरसे दन्ड मिलनाइ उचित छै।