11 महज जबान उमरके मसोमातनीसबके नाम मसोमात सुचिमे नै लिख, कथिलेकी जब ओइसबके सारिरीक इक्छाके कारनसे खिरिस्टसे दुर ल्याजेतै, तै दुवारे उसब बियाह करैले ताक्तै।
अहैलेल हम जबान मसोमातनीसबके फेनसे बियाह कैरके बेटा-बेटी जलमाबे आ घर गिरहस्ती चलाबे कैहके सल्लाह दैचियै। ओहेन करलासे डाह करैबलासबके निन्दा करैके मौका नै भेटतै।
तुसब पिरथिबीमे बहौत भोग-बिलासके जिन्गी बिताइने चिही आ भोग हैबला दिनके खातिर आपन देह पाइलके राखनेचिही।
उ जतहेक मान-सम्मान आ भोग-बिलास करने छै, ओतबेहेक ओकरा दुख आ सोक दहै। कथिलेत उ मनमने कहैछै, ‘हम त महरानी चियै, हम बिधुवा नै चियै, हमरा कहियो सोक करैले नै परतै।’
उसब घमन्डी आ मुरुख बात करैछै आ देहके लालसा देखाके भरखर खराब रस्तासे बाहर एलहा लया बिस्बासीसबके फसाबैछै।
साइठ बरिस पुगल आ घरबला परती बिस्बास योग्य रहल घरबालीके मातरे मन्डलीसे सहायता पाबैबलाके सुचिमे नाम लिख।
उसब बियाह नै कर कैहके लोकसबके कहैछै आ बहुतो एहेन खाइबला चिजसब खाइले नै मिलैछै कैहके सिखाइछै। महज सत बात जानैबला बिस्बासी लोक धन्यबाद द्याके परमेस्वरके सिरिस्टी करल सब चिज खाइले सकैछै।
अहै तरहसे उसब पैहने खिरिस्टमे करल आपन परतिग्या भङ कैरके दोसी ठहरतै।
कथिलेत सब जातीसबके लोकसब ओकर बेबिचारके मध पिके मातल छै आ सन्सारके रजासब ओकरसे बेबिचार करने छेलै आ सन्सारके बेपारियोसब ओकर बरका मोज-मज्जाके कारन धनिक भेल छेलै।”
ओकरसे बेबिचार करैबला आ सुख-बिलास करैबला सन्सारके रजासब जब उ जरैत सहरके धुवाँ देखतै तब ओकरलेल कान्तै आ सोक करतै।