15 महज तैयो जनी नम्र भ्याके बिस्बास, परेम आ पबितर रहतै त बच्चा जलमाइबेर उसब उदार पाबतै।
यि अनुगरहसे अपनासबके परमेस्वरके आदर नै हैबला काम आ सन्सारके लोभ-लालच त्यागैले लगाइछै आ धिरजसे अपने आपके बसमे राखैले, निरदोस हैले आ परमेस्वरके आदर हैबला जिबन जियैले सिखाइछै।
सब चिजके अन्त हैके समय चैल एलछै। ओहैसे तुसब आपन मनके सुध आ आपनेके बसमे राख ताकी तुसब असलसे परथना करे सक।
हमर कहैके उदेस्य त यि चियै कि बिस्बासीसब एक दोसरके परेम करे, जे परेम सुध हिरदय, असल बिबेक आ साँचोके बिस्बाससे मातरे आबैछै।
ओहिने जनिसब सोहो होसियारीसाथ साधारन आ भद्र पहिरन पिन्हे हम चाहैचियै। उसब आपन आपन केसके सिङगार-पटार, सोना या मोती आ बहौत महङके बस्तरसब नै पिन्हे,
उ आपन जेठका बेटाके जलम देल्कै तब ओकरा गुदरीमे लपेटके गोहालिके नाइदमे सुतेल्कै कथिलेत ओकरासबके धरमसलामे ठहरैले कतौ ठाम नै मिल्लै।
आब देख, अपनासबके परभु येसुके अनुगरह हमर उपर कतहेक बहौत छै कि उ आपन बिस्बाससे आ परेमसे हमरा भरल्कै।
हमसब जे अङसबके कम आदरके सोचैचियै, तकरा बेसि कैरके आदर दैचियै। हमसब जे अङसब देखाइले नै सकैचियै, तकरा निकसे झाइपके राखैचियै।