अहैसे परमेस्वर पिता आपन देहना हाथ कात बैठेल्कै आ आपन परतिग्या अनुसार ओकरा पबितर आत्मा देल्कै। ओह्या पबितर आत्मा हमरासबके देने छै, जे अहाँसब देखैचियै आ सुनैचियै।
येसु खिरिस्ट वह्या चियै जे पानी आ लहुसे एलै। उ पानीसे मातरे नै महज पानी आ लहुसे एलै। यि बात सत छै कैहके पबितर आत्मा साक्छी छै, कथिलेकी पबितर आत्मा सत चियै।
महज उ तोहर बात नै सुन्तौ त, दुइ या तिन गोरेके आपन साथमे ल्याके सम्झाइले जो। कथिलेत धरमसास्तरमे कहल जखा दुइ या तिन साक्छीके अगा सब बात पक्का हेबे।