हमर पिरिय धियापुतासब, यि अन्तिम घरी चियै। खिरिस्ट बिरोधी आबैबला छै से तुसब सुन्नेचिही। खिरिस्टके बहौत बिरोधीसब त आइबगेल छै। तहैसे अपनासब यि अन्तिम घरी चियै से बात जानैचियै।
ओतेका लोकसब थेसलोनिकेके लोकसबसे खुला बिचारके लोकसब रहै। उसब परमेस्वरके सुसमाचार एकदम धियान द्याके सुनै। पावलके कहलहा बातसब मिलैछै कि नै मिलैछै कैहके उसब हरेक दिन धरमसास्तर पढ़है आ जाँचै।
अपनासबके परभु आबैबला दिन भेलौ कहतौ त तुसब नै घबरा आ भरममे नै पर। ओइ दिनके बिसयमे कोइ अगमबानीसे, कोइ बोलिसे आ कोइ-कोइ हमरेसब जखा लिखल चिठीसे भरममे पारैले खोज्तौ तैयो बिस्बास नै करिहे।
पिरिय सङि, तु खराब कामके देखासेखी नै कर, बरु असल कामके देखासेखी कर। जे असल काम करैछै, उ परमेस्वरके बेटा-बेटी चियै आ जे अधलाह काम करैछै, उ परमेस्वरके नै चिन्हने रहैछै।