हम बरका आ छोटका सब मरलसबके सिंहासनके सामने ठारभेल देखलियै आ किताबसब खोलल्कै। दोसर किताब खोलल्कै, जे जिबनके किताब छेलै। उ किताबमे लिखल अनुसार, ओकरासबके काम अनुसार मरलसबके नियाइ भेलै।
तब अहै खातिर हम दुख उठाइचियै। महज यि बातके खातिर हम लाज नै मानैचियै, कथिलेत हम ककर उपर बिस्बास करनेचियै से हम निकसे जानैचियै। हम जे कुछ परमेस्वरके सौपने चियै, उ आपन आबैबला दिनतक सुरक्छित राख्तै कैहके पुरा भरोसा छै।