51 सुन! हम तोरासबके एकटा रहसके बात कहैचियौ, अपनासब कोइ नै मरबिही, महज सबकोइ परिबरतन हेतै।
उ आपन सक्तीसे सब चिजके आपन अधिनमे लाबेसकैछै। ओकर यि सक्तीसे अपनासबके यि मैर जाइबला देहके ओकर आपन महिमाके देह जखा हैले परिबरतन कैरदेतै।
बास्तममे, खिरिस्ट त मरलसे जीयाल छै, जे मरलसबमेसे पहिल्का फल चियै।
ओकरे सब ग्यान आ बुइधमे परमेस्वर खिरिस्टमे पुरा करबै कैहके सोचलहा गुप्त योजनो अपनासबके देखाइल्कै।
तुसब हमरासबके खिरिस्टके सेबकसब आ परमेस्वरके रहसके बात परकट करैबला सम्झैले परतौ।
तकरबाद उ पाँच सयसे बेसि बिस्बासी भाइ-भैयासब लग एके साथ परगट भेलै। ओकरा देखैबलासब कतहेक गोरे मैरगेलै आ कतहेक गोरे अखुन्तो जिबित छै।
महज हमसब त परमेस्वरके गुप्त आ घोसारल ग्यानके परचार करैचियै, जे सिरिस्टी हैसे पैहनिए परमेस्वर अपनासबके महिमाके खातिर नियुक्त करने छेलै।
यि बहौत बरका रहसके बात चियै। हम एह्या बात खिरिस्ट आ मन्डलीके समबन्धमे बोलैचियै।
परमेस्वर आपन भितरी योजना हमरा परकट करने छै। अकर बारेमे हम तोरासबके पैहनिए छोटकरीमे लिखने चियौ।
तब त खिरिस्टमे बिस्बास कैरके मरलहासब सेहो नास भेल छै।
हमरसङे अगमबानी बोलैबला बरदान छै आ सब रहस आ सब किसिमके ग्यान बुझैले सक्बै आ पहार हटाबे सकैबला पुरा बिस्बास हमरसङे छै, महज हमरमे परेम नै छै त, हम किछो नै चियै।
हमसब अइ सन्सारमे रहैतकाल बेचैन रहैचियै आ अपनासबके स्वरगिय देह बस्तर लखा लगाइले उतकट इक्छा करैचियै।
हमसब यि देहमे रहैतक बोझसे दब्याके छटपटाबैचियै। अइ देहके मैरके त्यागबै कैहके नै छटपटाबैचियै बरु कहिया स्वरगिय देह बस्तर जखा लगाइबै कैहके चियै, ताकि नास हैबला देह कहियो नास नै हैबला देहमे बदैलजेतै।