42 मरल लोकसब जीके उठतै त तहिनङ हेतै। जे देह बिनासमे गारैछै, उ नास नै हैबला देह ल्याके जिबित हैछै।
तब धरमी लोकसब आपन पिताके राजमे सुरुज जखा चम्कतै। जकरा कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।
स्वरगमे तोरासबके खातिर सैतके राखल उतराधिकार कहियो नास नै हैबला, नै सरैबला आ नै मुरझाइबला जखाछै।
सिरिस्टी आपनेसे बिनासके बन्धनसे एक दिन छुटकरा पाइबके परमेस्वरके सन्तानके महान छुटकरामे सहभागी हेतै।
पैहनैयेसे यि देखके उ खिरिस्ट जिके उठनाइ बिसयमे कहल्कै नै त उ पतालमे छोरल गेलै, नै त ओकर देहे सरलै।
कथिलेत उसब नास नै हैबला परमेस्वरके आदर करैके बदलामे नास हैबला लोक, पसुसब, चिरै-चुरगुनसब आ घिसैरके चलैबला जानबरसबके मुरती बन्याके पुजा करल्कै।
कथिलेत अहाँ हमर परानके पतालमे नै छोरबै, नै त अहाँ आपन पबितर सेबकके देह सरे देबै।
जे लोकसब निरन्तर भलाइके काम कैरके आदर, इज्जत आ अनन्त जिबनके खोजी करैछै, ओइसबके परमेस्वर अनन्त जिबन देतै।
सुरुजके इजोत एक किसिमके, चानके दोसर किसिमके आ तरासबके इजोत तेसर किसिमके छै। कथिलेत एकटा तराके इजोत दोसर तराके इजोतसे अलग हैछै।
जे आपन पाप स्वभाबके लेल रोपैछै, उ आपन पाप स्वभाबसे सर्बनासके कटनी करतै। महज जे आत्माके लेल रोपैछै, उ आत्मासे अनन्त जिबनके कटनी करतै।