7 बौसली या बिना बजासबसे परस्ट धुन नै निकलतै त, कि बइजरहलछै कैहके के कहैले सक्तै?
यदि तुरहीसे परस्ट धुन नै निकलतै त, युधके लेल के तयार हेतै?
यदि हम लोकसबके किसिम-किसिमके भसा आ स्वरगदुतसबके भसामे बाज्बै महज हमरमे परेम नै छै त, हम टिङ-टिङ बजैबला घन्टी या झाइ-झाइ करैबला झाइल मातरे हेबै।
उसब बजारमे बैठल धियापुता जखाछै, जे एक दोसरके कहैछै, ‘हमसब तोरासबके खातिर बौसली बजेलियौ तैयो तुसब नै नाचलिही, हमसब सोक मनेलियौ महज तुसब नै कानली।’
‘हमसब तोरासबके खातिर बौसली बजेलियौ, तैयो तुसब नै नाचलिही। तोरासबके खातिर बिलापके गित गाबलियौ महज तुसब सोक नै करलिही।’
तैखातिर हे भाइ-भैयासब, यदि हम तोरासबके बिचमे आन भसामे बोल्बौ त तोरासबके कि फाइदा हेतौ? बरु परमेस्वरसे एल कोनो बातके परकास आ ग्यान-गुनके बात, अगमबानी या सिक्छा हम देबौ त तोरासबके फाइदा हेतौ।