11 यि सब घटनासब अपनासबके खातिर उदाहरन हेबे कैहके अपनासबके चेताबनीके लेल लिखल गेलै। आब हमसब अइ सन्सारके अन्तके समयमे आइबगेल चियै।
पबितर धरमसास्तरमे पहिने लिखल बातसब अपनासबके सिक्छा दैकेलेल छेलै। धरमसास्तरमे भेल बातसे अपनासबके सहैबला सक्ति आ हौसला दैछै ताकी अपनासबके आसा बनल रहे।
अपनासब कतहेक महत्व दैबला समयमे एलचियै से बात बुइझके यि सब बातमे धियान दैलेपरतै। आब अपनासबके निनसे जागैके समय एलछै कथिलेत बिस्बास करल पहिन्का दिनसे बेसी अखुन मुक्ती पाबैबला समय नजदिक एलछै।
हमर पिरिय धियापुतासब, यि अन्तिम घरी चियै। खिरिस्ट बिरोधी आबैबला छै से तुसब सुन्नेचिही। खिरिस्टके बहौत बिरोधीसब त आइबगेल छै। तहैसे अपनासब यि अन्तिम घरी चियै से बात जानैचियै।
कि उ अपनासबके लेल नै कहनेछै? हँ, यि साँचोके अपनेसबके लेल लिखने छै। कथिलेत हर जोतैबला आ दौनी करैबला अनके कुछ हिसा पाब्बै तकर आसमे काम करैछै।
तुसब सब लोकसङे असल बेबहार कर। परभु जल्दिए आइबरहल छौ।
पबितर धरमसास्तरमे लिखल बात, “परमेस्वर ओकरा धरमी ठहरेल्कै” ओकरलेल मातरे नै लिखल गेलै,
कतहेक लोकके सङगतीमे जाइके बानी नै रहैछै, महज अपनासब एकसाथ भेला हैले नै छोर। महज तुसब परभु आबैबला दिन नजदिक आइबरहल देखलाके कारनसे एक-दोसरके औरो हौसला दहै।
पबितर धरमसास्तरमे एहेन लिखलछै, “आब आबैबला जल्दीए एतै आ उ देर नै करतै।
हे हमर भाइ-भैयासब, हमर कहैके मतलब यि चियै कि, समय एकदम कम छै। आबसे घरबाली हैबलासब घरबाली नै भेलसब जखा रहे।
झर छिटैबला सैतान चियै। बाली काटैबला समय जुगके अन्त चियै। काइटके जमा करैबलासब स्वरगदुतसब चियै।
जनङ झर ढेरियाके आइगमे जराइछै, ओहिनङे जुगके अन्तिम दिनमे हेतै।
रात बितगेलै आ दिन नजदिक आइबगेल छै। तैल्याके अपनासब अन्हारमे करैबला खराब काम छोइरके इजोतमे करैबला असल काम करैले तैयार रह।
आब ओकरेसब जखा हमसब खराब इक्छा नै राखबै कैहके यि घटना अपनासबके चेताबनीके लेल चियै।
अइसे हमसब यि बुझैले सकैचियै कि, उ दुइटा जनी परमेस्वरके दुइ करारके उदाहरन चियै। हागार सिनै पहारके पुरन्का करार जखा चियै। ओते परमेस्वर लोकसबके बेबस्था देने छेलै आ ओकरसे जलमल बेटा-बेटीसब दाससब चियै।