27 महज बुधिमानसबके लाजमे पारैके लेल परमेस्वर सन्सारके मुरुख बातसबके छानल्कै आ सक्तिसाली लोकसबके लाजमे पारैके लेल परमेस्वर सन्सारके निरबल बातसबके छानल्कै।
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, सुन। कि परमेस्वर सन्सारके गरिबसबके बिस्बासमे धनिक बनाके ओइ राजके हकदार हैकेलेल नै चुन्ने छै? ओह्या राज ओकरा परेम करैबलासबके उ दैले परतिग्या करनेचियै नै?
ओहै बखत येसु कहल्कै, “हे पिता स्वरग आ पिरथिबीके मालिक, हम अहाँके धन्यबाद चरहाइचियै, कथिलेत यि बातसब अहाँ बातसब बुधिमान आ बिदवान सबसे घोसाइरके राखलियै, महज बच्चासबमे परगट करलियै।
बुधिमान लोक कते छै? धरमगुरु कते छै? अइ जुगके तरक-बितरक करैबला कते छै? कि परमेस्वर यि सन्सारके बुइधके मुरुख नै कैरदेल्कै?
कथिलेत हम तोरासबके एहेन सब्द आ बुधि देबौ, कि तोहर बिरोधीसब तोरासबके बात सुइनके एकोटाके जबाब दैले नै सक्तौ, ओकरौरके मुहमे तला लाइग जेतौ।
यि महान सक्ती हमरासबके नै महज परमेस्वरके चियै कैहके परस्ट करैके लेल यि धन माटीके बरतनमे अरथात अपनासबमे छै।
तब उसब येसुके कहल्कै, “कि अहाँ सुनैचियै, बच्चासब कथी कैहरहल छै?” येसु ओइसबके जबाफ देल्कै, “हँ, हम सुनैचियै। कि तुसब पबितर धरमसास्तरमे लिखल बात नै पढनेचिही? ‘बच्चासब आ दुधपिया बच्चासबके मुहसे अहाँके परसन्सा कराइले लगाइनेचियै?’”
कतहेक लोक कहैछै, “पावलके चिठीसब गम्भीर आ करा हैछै, महज उ आपने हैतकाल कमजोर हैछै आ ओकर बोली कोनो महत्वके नै हैछै।”
येसु ओतेसे जाइत खिना एक गोरा बटी उठाइबला मती नाम भेल लोकके बटी उठाइबलाके अडामे बैठल देखल्कै आ येसु ओकरा कहल्कै, “हमर पछा लाग।” तब उ उइठके ओकर पछा लाग्लै।
ओते इपिक्युरी आ स्तोइकी दारसनिकमेसे कुछ पावल सङे बाद-बिबाद करै। उसब कतहेक गोरा कहल्कै, “यि बर-बरहा कथी कहैछै?” औरोकोइ कहल्कै, “भैरसक यि कोनो लबका देबि-देउताके परचार करैछै!” कथिलेत पावल येसुके बारेमे आ उ मरके जि उठल छै तै बातके परचार करैछेलै।
स्तिफनसके बात सुइनके महासभामे बैठल लोकसब तामससे ओकरमे दाँत किरकिराबे लाग्लै।
“यि ओह्या मोसा चियै, जकरा उसब ‘के तोरा हाकिम आ नियाय करैबला बनेल्कौ’ कैहके असुइकार करने रहै, ओकरा परमेस्वर ओहै झारमे स्वरगदुत सङे हाकिम आ छुटकारा दैबला बनाके पठाइल्कै।
सन्सारके लोकसब आपन बुइधसे परमेस्वरके चिन्हैले नै सक्लै, तैल्याके उ आपन बुधिमानी योजना अनुसार अपनासबके परचार करल मुरुख बातसबसे बिस्बास करैबलासबके बचाइले चाहल्कै।
हमसब सन्सारके आत्मा नै, महज परमेस्वरके पबितर आत्मा पाबनेचियै, ताकि उ अपनासबके खुसिसे जे चिज देनेछै ओइके बुझैले सकी।