तीतुस 1:7 - गढवली नयो नियम7 किलैकि मण्डलि का अध्यक्ष तैं पिता परमेश्वर को भण्डारी हूंण का कारण निर्दोष हूंण चयणु च; न की जिद्दी, न गुस्सा-बाज, न पियक्कड़, न मार-पीट कन वलो, अर न गलत ढंग से कमयां धन कु लोभि हो। Gade chapit laGarhwali7 किलैकि कै भि देख-रेख करण वळा तैं परमेस्वर का कर्ता-धर्ता होण खुणि निरदोष होण चयेणु। अर उ अडियल नि हो, नऽ त गुस्सा करण वळु, अर ना दरोळया, अर ना ही झगड़ा करण वळु, अर वेतैं गळत कमै को लालच करण वळु नि होण चयेणु, Gade chapit la |
जन के चरवाहा अपड़ा ढिबरों की रखवली करद, उन ही तुम तैं भि हर एक की रखवली कन चयणी च जन पिता परमेश्वर ल तुम तैं देखभाल मा रखि। इन तुम अपड़ी इच्छा ल कैरा, किलैकि पिता परमेश्वर यु ही चांद कि तुम इन ही कैरा। इन भस इलै नि कैरा किलैकि तुम तैं इन कनु कु मजबूर किये गै। यु काम इलै नि कैरा किलैकि तुम धन कमौण चदयां पर पिता परमेश्वर अर लुखुं की सेवा कने की इच्छा का दगड़ी किया कैरा।