35 अर कैल पिता परमेश्वर तैं कुछ नि द्ये की पिता परमेश्वर तैं वे तैं उ लौटांण पोडो।”
35 “अर कैन भि परमेस्वर तैं कुछ नि दिनी, ताकि उ वे मनखि तैं वापस दे सैको।”
कु बुल्द कि तुम दूसरों बट्टी महान छा? जु कुछ भि तुम मा च, उ पिता परमेश्वर ल तुम तैं दियुं च, त तुम्हरो वे पर बड़ो मोन कनु कु कुई अधिकार नि बणद।
निश्चित रूप से मि मा यु अधिकार च कि मि अपड़ा पैसा तैं अपड़ी मर्ज़ी मा अनुसार खर्च कैर? क्य मेरा भला हूंण का वजह से तु बुरी नजर से दिखणी छै?