रोमियों 11:22 - गढवली नयो नियम22 इलै, तुम तैं यां पर ध्यान दींण चयणु च! परमेश्वर की मयलदु-पन अर कठोरता तैं, जु गिरी गैनी, ऊं पर कठोरता, पर तुम पर दया त हवे, तुम वेकी दया मा बंणयां रा, नथिरी तुम भि कटै जैला। Gade chapit laGarhwali22 अर यां से इन पता चलदु कि परमेस्वर कथगा निठुर अर कथगा दया करण वळु च। अर जु लोग वेकी आज्ञा को पालन नि करदिन ऊंतैं वु निठुर सजा देन्दु, मगर जथगा भि लोग वेकी आज्ञा को पालन करदिन ऊंकी भलै करणु खुणि उ सदनि अगनै रौन्दु। इलै अगर जु तुम लोग वेकी आज्ञा को पालन नि करिल्या, त तुमरि हालत भि जैतून का ऊं फौंकों का जन ह्वे जाण जौं तैं तोड़ि के अलग किये गै। Gade chapit la |
इलै अब तू उन के नि जींदी जन तू शुरुआत मा जींदी छै। वेका बारा मा सोच। अब, त्वे तैं अपड़ा पापों बट्टी मुड़ी जांण चयणु च अर ऊं कामों तैं कन शुरू कन चयणु च जु तू शुरुआत का बगत मा करदी छै। अर मन फिरौ अर पैला का जन काम कैर; अर जु तू अपड़ो पापों बट्टी मन नि फिरौ अर अफ तैं नि बदलो त मि त्वे मा औलु अर जख मा तेरु दिवडो रख्युं च वे तैं उख बट्टी हटै के त्वे तैं दण्ड दयुलु।