पर मेरा मन कि अभिलाषा या च, कि शुभ सन्देश प्रचार उ ही जगह मा हो, जख यीशु मसीह का बारा मा अभि तक सुंणै नि गै, उख ही शुभ सन्देश प्रचार सुणो; मि वे घौर बनांण वला मिस्त्री का जन छों, जु कै और की बुनियाद पर निर्माण नि करदो।
जु मि यु काम अपड़ी मर्जी से करदु त फिर मि तैं ईनाम मिललो। पर जु पिता परमेश्वर ल मि तैं य जिम्मेदारी दीं च, त मि ईनाम मा क्य उम्मीद कैरी सकदु? मि कै भि ईनाम की उम्मीद नि कैरी सकदु।
पर पौलुस ल बोलि, “तुम कन छा, कि रौवे-रौवे के मेरू दिल किलै दुखांणा छा? मि प्रभु यीशु का नौं कु न भस यरूशलेम शहर मा बंधे जांणु कु बल्कि मुरण कु भि तैयार छौं।”
अर यां बट्टी पैली की कुई जै कै ऊं तैं बतै साको, वे मनिख तैं भिजै जांण चयणु च; जन परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च, “यु इथग अद्भुत च कि शुभ सन्देश प्रचार कन वला लोग आंणा छिनी।”