दिब्य दरस 6:17 - गढवली नयो नियम17 किलैकि उ भयानक दिन ऐ गै जब पिता परमेश्वर अर चिनखो सभियूं तैं दण्ड दयालो, अर कुई भि यु दण्ड बट्टी बचि नि सकलो।” Gade chapit laGarhwali17 किलैकि ऊं दुईयों का गुस्सा को दिन ऐ गै अर अब कुई भि नि च जु की ऊंका समणि खड़ु रै सकदु।” Gade chapit la |
उ लोग जु त्वे पर विश्वास नि करदींनि भौत गुस्सा छिनी, किलैकि बगत ऐ गै कि तू अपड़ा गुस्सा दिखौ अर ऊं सभियूं तैं जांच के न्याय कनु को बगत ऐ गै जु मोरि गैनी, अब उ बगत भि च जब तू ऊं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो तैं प्रतिफल दीलि जु तेरी सेवा करदींनि अर ऊं सभि जातियों का लुखुं तैं जु तेरु सम्मान करदींनि ऊं तैं जु विशेष मणै जंदींनि अर जु विशेष नि मणै जंदींनि, जबकि वे ही बगत तू ऊं तैं नाश कैरी दीलि जौनु धरती तैं विनाश कैरेले।”