दिब्य दरस 6:14 - गढवली नयो नियम14 आसमान फटी गै अर एक किताब (चाम्रपत्र) का समान सिकुड़ के लिपटी गै; अर हर एक डांडों, अर टापू, अपड़ा-अपड़ा जगह बट्टी टलि गै। Gade chapit laGarhwali14 अर आसमान इन सरकी गै जन कि दस्तावेज तैं गोळ लपेटदिन, हरेक पाड़, अर टापू अपणी-अपणी जगा बटि हटि गैनी। Gade chapit la |
पर पिता परमेश्वर को दिन जरुर अचानक ही वापिस ऐ जालो जन कुई चोर अचानक ऐ जांद। वे बगत आसमान मा गर्जन को शोर होलो, अर आसमान हरची जालो। आसमान मा सब कुछ, मतलब सूरज, जून अर गैणा पूरा ढंग से फुके के पूरा ढंग से आग बट्टी नाश हवे जाला। वे दिन पिता परमेश्वर ऊं सभि कामों तैं प्रकट कैरी दयालो जु लुखुं ल करिनि कि ऊंको न्याय कैर साक।