दिब्य दरस 22:19 - गढवली नयो नियम19 अर जु कुई इन आदिम हो जु ईं किताब मा भविष्यवाणी किये गै हो बातों मा बट्टी कुछ भि हटो, त पिता परमेश्वर भि वे तैं वे डाला बट्टी फल खांण का अधिकार बट्टी निकाली दयालो जु जीवन दींद अर वेका पवित्र शहर मा रौंण का अधिकार तैं भि हटै दयालो जैका बारा मा ईं किताब (चाम्रपत्र) मा बतये गै। Gade chapit laGarhwali19 अर ठिक इन्नि अगर कुई भविष्यबाणियों की ईं किताब मा बटि कुछ हटालु, त परमेस्वर वेतैं सदनि को जीवन देण वळा डाळा मा बटि नि खाण द्यालु, अर ना ही अपणा पवित्र नगर मा दाखिल होण द्यालु। Gade chapit la |
हर कुई जु मेरा संदेश तैं समझण चांद, वे तैं वीं बात तैं ध्यान से सुनण चयणु च, जन के एक खम्बा घौर तैं मजबूत बणांद, उन ही के उ भि हमेशा कु पिता परमेश्वर का स्वर्गीय मन्दिर मा राला; और मि वे पर मेरा पिता परमेश्वर को नौं लिखुलु अर पिता परमेश्वर का यरूशलेम शहर को नौं लिखुलु। अर यु उ ही शहर च जु स्वर्ग मा च, मतलब की मेरा पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी मूड़ी आंण। मि वे पर अपड़ो नयो नौं भि लिखुलु।
दुबरा मिल स्वर्ग बट्टी कै तैं बुल्द सूंणि अर वेल मि बट्टी बोलि; यूं बातों तैं इख लिख अब बट्टी, उ लोग धन्य छिनी जु पिता परमेश्वर पर भरोसो कैरी के मोरि जंदींनि। तब पवित्र आत्मा यां बट्टी सहमत हवे, वेल बोलि, “यु सच च, उ धन्य छिनी किलैकि उ अपड़ा कठिन मेहनत बट्टी आराम पाला अर जु काम ऊंल करिनि ऊं तैं वांको प्रतिफल दिये जालो।”