दिब्य दरस 2:13 - गढवली नयो नियम13 मि जंणदु छो कि तेरु शहर शैतान का वश मा च, पर यांका बावजूद तिल मि पर अपड़ा विश्वास तैं कसी के पकड़ी के रखि अर तिल मेरी शिक्षाओं तैं नि छोड़ी, इख तक कि तब भि न जब भौत बगत पैली अन्तिपास की हत्या किये गै छै। उ मेरा वचनों का प्रचार कन मा विश्वासयोग्य छो, इलै वे तैं तेरा शहर मा मरै गै जु शैतान का वश मा च। Gade chapit laGarhwali13 “मि जणदु छौं, कि तुम वे नगर मा रौन्द्यां जख शैतान की राजगद्दी च, मगर फिर भि तुमरो भरोसा मि पर बणयूं रै। अर जब लोगु न मेरा भरोसामन्द गवा अन्तिपास तैं तुमरा नगर मा जान से मर दिनी, तब भि तुमरो बिस्वास मि पर बणयूं रै। Gade chapit la |
अर यीशु मसीह का तरपां बट्टी जैका वचनों पर विश्वास किये जै सकद उ ही च जु मुर्दों मा बट्टी ज्यूँदो हूंण वलो मा पैलो अर उ ईं दुनिया का सभि राजाओं कु शासक च। अर यीशु मसीह हम बट्टी प्रेम करद। उ हम कु ल्वे बुगै के मोरि अर वेल हमारा पापों की सजा तैं खत्म कैरेले। इलै हम याजकों को एक परिवार बंणि ग्यां, जु पिता परमेश्वर की सेवा करद। इलै यीशु मसीह तैं महिमा अर शक्ति हमेशा मिलदी रौ आमीन।