दिब्य दरस 18:9 - गढवली नयो नियम9 “अर सैरी धरती का राजा जौनु वीं दगड़ी व्यभिचार, अर सुख-विलास कैरी जब वीं का शहर आग की लपटों बट्टी फुकेंद दिखिला त उ वीं कु रवाला अर विलाप करला। Gade chapit laGarhwali9 “अर धरती का राजा जौन वींका दगड़ा मा गळत सम्बन्ध बणैनी, अर ईं अयासी का हिस्सा तैं आपस मा बांटि छौ जब वु वींका फूक्योंण को धुंवा दिखला, त वीं खुणि रुवाला अर अपणी-अपणी छति तैं भटकाला। Gade chapit la |