मत्ती 7:6 - गढवली नयो नियम6 “उ लुखुं तैं परमेश्वर का सन्देश नि सुंणौ जु यु तैं सुनण नि चंदिनी पर तुम जब इन करद्यां त यु इन होलो जनकै पवित्र वस्तु तैं कुत्तों का अगनैं ढुलण अर जन सुंगरु का अगनैं मोती ढुलण जु भस वे तैं रौंदी दयाला अर फिर तुम पर हमला करला।” Gade chapit laGarhwali6 “अर जु चीज पवित्र छिन, ऊंतैं कुकरों तैं नि द्या, अर ना ही अपणा मोति सुंगरों का अगनै डाला, कखि इन नि हो की वु ऊंतैं अपणा खुटों का तौळ दबै द्या, अर पिछनै मुड़ि के तुमतै फाड़ी द्या अर टुकड़ा-टुकड़ा कैरी द्या।” Gade chapit la |
जु मूसा की व्यवस्था का अनुसार इन सजा छै, त वे आदिम की सजा भौत बड़ी होली जु पिता परमेश्वर का नौंनो कु तिरस्कार करदींनि; वेल पिता परमेश्वर का नौंनो तैं अपड़ा खुट्टों मुड़ी मींडी येले किलैकि वेल वेको सम्मान नि कैरी; वेल मसीह का ल्वे तैं पवित्र नि मांणी अर अशुद्ध ठैरे जैका द्वारा पिता परमेश्वर ल वे तैं पवित्र बनांणु कु नई प्रतिज्ञा शुरू कैरी; वेल पवित्र आत्मा कु अपमान कैरी जैका द्वारा वे पर दया हवे।