लूका 8:13 - गढवली नयो नियम13 पौड़ पर का उ छिन कि जब सुणदींनि त खुशी से वचन तैं स्वीकार कैरी दींदिनि पर अफ मा जौड़ा नि रखणा वजह से जरा देर तक विश्वास रखदींनि अर अजमैश औंदि त तब उ तुरंत पिछनै हवे जंदींनि। Gade chapit laGarhwali13 अर जु बीज ढुंग्याण जमीन पर पोड़ीनी, ऊ वु लोग छिन जु वचन तैं सुणी के खुशी से स्वीकार करदिन, अर कुछ बगत तक ऊ बिस्वास त करदिन, पर बिस्वास मा जड़ नि पकड़ण की वजै से जब अजमैस ऊंका जीवन मा औन्दिन, त ऊ बिस्वास करण छोड़ि देन्दिन। Gade chapit la |
जब यु लोग प्रभु का प्रेम तैं याद कैरी के तुम दगड़ी प्रीति भोज मा खांणु खंदींनि, त यु ऊं खतरनाक चट्टानों का जन छिनी जु समुद्र का मूड़ी छिपियां छिनी जु तुम्हरा डुबणों को कारण बंणि सकदींनि। उ ऊं बेशर्म चरवाहों का जन छिनी जु भस अपड़ी ही चिन्ता करदींनि। उ ऊं बादलों का जन छिनी जु धरती पर बरखा करयां बगैर भस गरजणा रौदींनि। उ ह्यूंद का मौसम का डाला जन छिनी जु द्वी तरपां बट्टी मुरयां हूंदींनि, किलैकि उ कुई फल नि दींदिनि अर जौड़ा बट्टी उखड़ जंदींनि।
लोग दुनिया की दुष्टता बट्टी बच निकलीनि जब ऊंल यीशु मसीह तैं अपड़ा प्रभु अर उद्धारकर्ता का रूप मा जांणि। पर अब एक बार फिर उ बुरा काम कन मा लुप्त हवे गैनी अर उ बुरा काम अब ऊं तैं वश मा करदींनि, इलै अब मसीह तैं अस्वीकार कना का बाद ऊं की अंतिम दशा ऊंका विश्वासी बनण से पैली की स्थिति बट्टी भि बुरी हवे गै।