लूका 24:44 - गढवली नयो नियम44 फिर वेल ऊंकु बोलि, “यु मेरी उ बात छिन जु मिल जब मि तुमारा दगड़ा छो तुम मा बोलि छै कि जरूरी च कि जथग भि बात मूसा द्वारा लिखीं परमेश्वर की व्यवस्था मा अर परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो अर भजनौं कि किताबों मा मेरा बारा मा लिखीं छिन यु सब सच साबित हूंनु।” Gade chapit laGarhwali44 तब यीशु न ऊंकू बोलि, “यू मेरी वु बात छिन जब मि तुमरा दगड़ा छौ, तब मिन तुमकु बोलि छौ कि यू जरुरी च कि जथगा भि बात मूसा का द्वारा लिख्यां नियम-कानूनों मा, अर रैबर्यों की किताबों मा लिखीं छिन, इख तक की जु बात भजनों की किताबों मा भि मेरा बारा मा लिख्यूं छिन, ऊ सभ्यों को पूरु होण जरुरी च।” Gade chapit la |
जब मिल सूंणि जु मि बट्टी बात कनु छो, त मि वेकी आराधना कनु कु, वे आदिम का संमणी झुकि ग्यों। वेल मि कु बोलि, “मि तैं प्रणाम नि कैर।” मि भस पिता परमेश्वर को एक सेवक छो जन तू छै अर तेरा विश्वासी भयों का जन जु यीशु का द्वारा प्रकट किये गै सच्ची शिक्षाओं पर विश्वास करदींनि अर मणदींनि। भस पिता परमेश्वर ही च जै की त्वे तैं महिमा कन चयणी च। किलैकि परमेश्वर आत्मा च जु पिता परमेश्वर का लुखुं तैं यीशु का द्वारा बतये गै अर सत्य कु प्रचार कना का योग्य बणद।
मूसा की व्यवस्था की पुरणी रीति भविष्य मा आंण वला चीजों की भस एक तस्वीर छै, न कि ऊं अच्छी चीजों की हकीकत जु मसीह ल हम कु कैरी; पुरणी रीति का अधीन चढै जांणवला बलिदान साल हर साल बार-बार चढै जांदा छा, पर उ, ऊं लुखुं तैं पूरी रीति से शुद्धता प्रदान कना का लैक नि छो, जु परमेश्वर की आराधना कनु कु वेका नजदीक औंदींनि।
यूं रीतियों का द्वारा जु पिता परमेश्वर चांदो छो कि याजक कैरा, पवित्र आत्मा हम तैं कुछ बतांद; मतलब यु कि स्वर्ग मा पिता परमेश्वर की वास्तविक परम पवित्र यरूशलेम शहर कु मन्दिर तब तक लुखुं कु खुली नि च जब तक ईं धरती पर मिलाप वला तम्बू अर ऊंकी विधियों तैं मणदींनि, अर यांको दीं पूरी व्यवस्था जब तक की पूरी न किये जौं।
यु मलिकिसिदक शालेम शहर कु राजा अर सबसे बड़ा पिता परमेश्वर कु याजक छो; वेको नौं कु मतलब छो “न्याय का दगड़ी शासन कन वलो राजा” अर शालेम का राजा कु मतलब च “शान्ति कु राजा” जब अब्राहम चार राजाओं तैं मारि के लौटि छो, तब मलिकिसिदक याजक वे तैं मिली अर वे तैं आशीष द्ये, अब्राहम ल मलिकिसिदक याजक तैं युद्ध मा जितण का बाद जु कुछ भि मिली छो, वेल वीं सभि चीजों कु दसवां हिस्सा (दशमांश) द्ये छो। जैको न त बुबा, न ब्वे, न वंशावली च, जै की न त दिनों की शुरुआत अर न जीवन कु अन्त च; पर पिता परमेश्वर का नौंनो का स्वरूप ठैरी कै उ हमेशा कु याजक बणयुं रै।