21 पर भीड़ फिर चिल्लै कै बोलि, “वे तैं सूली पर चढ़ै, सूली पर!”
21 पर ऊ चिल्लै-चिल्लै के बोन्न लगि गैनी कि, “येतैं क्रूस पर चड़ै द्या, येतैं क्रूस पर चड़ै द्या।”
पर उ चिलांण लगि गैनी “वे तैं मर डाला, वे तैं मर डाला!” वे तैं सूली पर चढ़ावा! पिलातुस ल ऊंमा बोलि, “क्य मि तुमारा राजा तैं सूली पर चढ़णै” प्रधान याजक ल जवाब दींनि, “कैसर तैं छोड़ी कै हमारो अर कुई राजा नि च।”
पर भीड़ और जोर से चिल्लै कै पिछनै पोड़ि गैनी कि उ सूली पर चड़ैये जौं अर ऊंकु चिल्लांण भारी पोड़ि गै।
भीड़ फिर चिल्लै कि, “वे तैं सूली पर मारि द्या”
पर पिलातुस ल यीशु जै तैं छुड़णै की इच्छा से लुखुं तैं फिर समझै?”
वेल तिसरी दौं ऊंमा बोलि, “किलै येल क्य बुरै कैरी?” मिल मौत कि सजा का लैख कुई भि बात वेमा नि पै इलै मि वे तैं पिटवै कै छोड़ी दींदु।
ऊंल मारि डलणा का योग्य कुई भंगार वेमा नि पै, फिर भि राज्यपाल पिलातुस बट्टी बिनती कैरी, कि उ मरै जौं।