2 जु कुई यूं छुटों मा बट्टी जु मि पर विश्वास करदींनि ऊं तैं उतेडो लगौ त वेको त यु भलो च कि उ अपड़ा गौळा मा जंदरा को पाट लटकाये जौं अर उ समुद्र मा डाले जौं।
यु एक बड़ो दंड च की जु कुई यूं छुटों मा बट्टी जु मि पर विश्वास करदींनि ऊं तैं उतेडो लगौ त वेको त यु भलो च कि उ अपड़ा गौळा मा जंदरा को पाट लटकाये जौं अर उ समुद्र मा डाले जौं।
जब मि ऊं लुखुं दगड़ी हूंदु जूंको विश्वास कमजोर च, त मि ऊंका जन ही बरतौ करदु, कि मि ऊं तैं मसीह का पिछनै चलण मा मदद कैर साको मि हर एक ढंग से कुछ लुखुं को बचै के उद्धार कैरी साको।
मि मनिख कु नौंनो त जन वेका बारा मा जन परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च उ उन ही चलदो पर वे आदिम कु रूंण अर शोक कन च जैका द्वारा मि मनिख कु नौंनो जेंते मरणु कु पकड़वये जालो, वेको जन्म ये दुनिया मा नि हूंद त वे मनिख की स्थिति कु भलो हूंदू।”
पर मिल यां मा बट्टी एक भि अधिकार कु इस्तेमाल नि कैरी; मि यु नि लिखणु छों, कि अब तुम मि कु कुछ कैरा। यांका बजाय मि कु मुरण जादा बढ़िया च! किलैकि कुई भि मि तैं ईं बात मा बड़ो मोन कन से नि रोकि सकद कि मि अपड़ो ख्याल अफी ही रखदु।
फिर भि इलै कि हम ऊं तैं ठोकर नि द्यां तु झील का छाला जै के बलस तैं डाल अर ज्वा माछि पैली निकलली वीं तैं ली वीं को गिच्चा खुलण पर त्वे तैं एक सिक्का मिललो वे तैं ले के मेरा अर अपड़ा बदला कु कर ऊं तैं देये दे।