लूका 12:46 - गढवली नयो नियम46 त वे सेवक को स्वामी इन दिन मा वापिस आलो जब उ वे तैं नि जुगल्णु रालो अर इन बगत मा जै तैं उन ही जंणदु हो तब उ वे तैं भौत कड़ी सजा दयालो अर वेको भाग ढोंगि लुखुं का दगड़ा मा ठैरालो उख रूण अर दांतों को पिसंण होलो। Gade chapit laGarhwali46 तब वे नौकर को मालिक एक इन्द्रया दिन पर आलु जै दिन कि वेतैं आस भि नि होलि, बल्किन मा इन्द्रया बगत पर आलु जैका बारा मा उ जणदु भि नि होलु। तब वेको मालिक वेतैं कड़क से कड़क सजा दयालु, अर वेतैं ऊंका दगड़ा मा भेजि द्यालु जु आज्ञा नि मणदिन। Gade chapit la |
दुष्टात्माओं का शासकों तैं अर ऊंकी सेनाओं तैं वीं जगह पर कठ्ठा कैरी जै तैं इब्रानी भाषा मा हर-मगिदोन बुल्दींनि। इलै प्रभु यीशु ल बोलि, “य बात सूंणा। मेरू आंण चोर का जन अचानक होलो। धन्य च उ आदिम जु मेरा आंण पर बिज्यूं हो, अर अपड़ा कपड़ोंं तैं तैयार रखो। तब उ नंगी नि होला अर कुछ भि ऊं तैं शर्मिंदा नि करलो चाहे उ भैर भौत स लुखुं का बीच मा भि किलै नि जौं।”