यूहन्ना 4:35 - गढवली नयो नियम35 क्य तुम नि बुल्दा लवैइ हूंण मा अभि भि चार मैना पुड़यां छिन? देखा मि तुम मा बुल्ण छौं अपड़ा आंखों तैं खोला, आंण वला लुखुं तैं देखा उ एक पुंगडा का जन छिन जु लवैइ तैं देखा कि उ लवैइ कु तैयार छिन। Gade chapit laGarhwali35 क्या तुम खुद नि बुल्द्यां कि, ‘लवै करण को बगत अभि तक नि ऐ, किलैकि चार मैना पोड़यां छिन?’ पर सुणा, मि तुम बटि बोन्नु छौं, अरे जरा ढंगल देखा त सही, कि यू पुंगड़ा लवै खुणि पक्की गैनी। Gade chapit la |