यूहन्ना 12:47 - गढवली नयो नियम47 जु कुई मेरी बात सूंणि के वेकी मंणदु नि च त मि वे तैं भंगारी नि ठैरालो, किलैकि मि दुनिया का लुखुं तैं भंगारी ठैरांण कु नि, पर दुनिया का लुखुं तैं बचौणु कु अयुं छौं। Gade chapit laGarhwali47 अर जु कुई मेरी बातों तैं सुणी के वेका मुताबिक नि चलदु वे पर मि दोष नि लगौन्दु, किलैकि मि दुनियां का लोगु तैं दोषी ठैराणु खुणि ना, बल्किन दुनियां का लोगु तैं बचौणु खुणि अयूं छौं। Gade chapit la |
यु जांणि लय की हमारो प्रभु हमारा प्रति धीरज रखदु, वेको कारण यु च कि उ लुखुं तैं पछतौ कनु को बगत दींण चांद कि उ ऊं तैं उद्धार दे साक। जब हमारा प्रिय दगड़िया-विश्वासी पौलुस ल, जै बट्टी हम प्रेम करदा, तुम तैं वे ज्ञान को इस्तेमाल कन चयणु च जु पिता परमेश्वर ल वे तैं द्ये, त वेल भि तुम तैं यु ही बात बतै, जु मिल तुम तैं बतै।