मेरू मतलब यु च, किलैकि पिता परमेश्वर ऊं लुखुं तैं जादा गंभीरता ल दण्ड दयालो जु मसीह तैं छोड़ी दींदिनि बजाय ऊंका जौनु वे तैं कभी स्वीकार नि कैरी। ऊंकु बढ़िया हूंद जु उ कभी यु जंणदा ही न कि अपड़ा जीवन तैं धार्मिकता का रस्ता पर चलंणों को क्य मतलब च। अब उ जंणदा छिनी कि सै क्य च पर ऊंल पिता परमेश्वर की ऊं आज्ञाओं तैं अस्वीकार कैरेले जु हम, प्रेरितों ल ऊं तैं सिखै छै।