इब्रानी 3:15 - गढवली नयो नियम15 जन कि परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च, “जु तुम आज पिता परमेश्वर की आवाज तैं सूंणा, त अपड़ा मनों तैं ढीट नि बणा” जन की तुम्हरा पुरणों ल कैरी छो, अर जैल जंगल मा अजमैश का बगत पिता परमेश्वर कु विरोध कैरी Gade chapit laGarhwali15 अर जन कि पवित्रशास्त्र मा परमेस्वर बुल्दु कि, “अगर जु तुम आज मेरी आवाज तैं सुणिल्या, त अपणा मनों तैं निठुर नि कर्यां। जन कि तुमरा पितरों न निर्जन जगा मा मितैं गुस्सा दिलौण का बगत कैरी छौ।” Gade chapit la |
जु मूसा की व्यवस्था का अनुसार इन सजा छै, त वे आदिम की सजा भौत बड़ी होली जु पिता परमेश्वर का नौंनो कु तिरस्कार करदींनि; वेल पिता परमेश्वर का नौंनो तैं अपड़ा खुट्टों मुड़ी मींडी येले किलैकि वेल वेको सम्मान नि कैरी; वेल मसीह का ल्वे तैं पवित्र नि मांणी अर अशुद्ध ठैरे जैका द्वारा पिता परमेश्वर ल वे तैं पवित्र बनांणु कु नई प्रतिज्ञा शुरू कैरी; वेल पवित्र आत्मा कु अपमान कैरी जैका द्वारा वे पर दया हवे।