इफिसुस 4:14 - गढवली नयो नियम14 कि अब हम छुट्टा नौंनो जन नि हो, अर अब हम ऊं नावों का जन नि हो, जौं तैं लहर अगनैं पिछनै धकैल दे अर बथौं इना-उना घुमोंद। यांको मतलब च चालाक अर ठग लोग अब अपड़ी झूठी शिक्षा ल हम तैं धोखा नि दे सकदा। Gade chapit laGarhwali14 अर औण वळा बगत मा हम बच्चों का जन नि रा, जु कि झूठ्ठा गुरु लोगु की चालाकी अर धोखा देण वळी बातों तैं सच्च समझदिन, अर अपणा जीवन मा स्वीकार कैरिके वेका मुताबिक चलदिन। मेरा दगड़्यों, इन्द्रया लोगु को बिस्वास समुन्दर की लैरों का जन च, जु कि इनै-उनै होणी रौनदिन। Gade chapit la |
हे प्रियों, हरेक जु पिता परमेश्वर की पवित्र आत्मा बट्टी बुल्णो को दावा करदींनि; ऊंमा बट्टी हरेक पर विश्वास नि करयां, पर आत्माओं तैं परखा, कि उ आत्मा पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी च कि न; किलैकि भौत सारा झूठा संदेश दींणवला छिनी जु बुल्दींनि की हम पिता परमेश्वर कि तरपां बट्टी बुल्दियां दुनिया मा ऐ गैनी।
किलैकि हम मनिख्युं का खिलाफ युद्ध नि लड़णा छा। हम प्रधानों अर अधिकारियों का खिलाफ अर अंधेरा का हकीमों बट्टी अर आत्मिक दुनिया का सामर्थ का खिलाफ लड़णा छा, जु स्वर्ग म च, इलै सभि कवच पैरिल्यां जु परमेश्वर दींद। अर जब उ बुरा दिन आलो, त तुम शैतान की चालबाजी बट्टी अपड़ो बचाव कैरी सकदा छा। अर जब यु युद्ध खत्म हवे जालो, तब तुम मजबूती ल खड़ा रै सक्यां। किलैकि हम मनिख्युं का खिलाफ युद्ध नि लड़णा छा। हम प्रधानों अर अधिकारियों का खिलाफ अर अंधेरा का हकीमों बट्टी अर आत्मिक दुनिया का सामर्थ का खिलाफ लड़णा छा, जु स्वर्ग मा च।
जब यु लोग प्रभु का प्रेम तैं याद कैरी के तुम दगड़ी प्रीति भोज मा खांणु खंदींनि, त यु ऊं खतरनाक चट्टानों का जन छिनी जु समुद्र का मूड़ी छिपियां छिनी जु तुम्हरा डुबणों को कारण बंणि सकदींनि। उ ऊं बेशर्म चरवाहों का जन छिनी जु भस अपड़ी ही चिन्ता करदींनि। उ ऊं बादलों का जन छिनी जु धरती पर बरखा करयां बगैर भस गरजणा रौदींनि। उ ह्यूंद का मौसम का डाला जन छिनी जु द्वी तरपां बट्टी मुरयां हूंदींनि, किलैकि उ कुई फल नि दींदिनि अर जौड़ा बट्टी उखड़ जंदींनि।
अर उ दुसरो जानवर अर वेका दगड़ी उ झूठो संदेश दींण वलो जु अफ तैं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो बुल्द पकड़ै गै, वेल जानवर का तरपां बट्टी झूठा चमत्कार दिखै अर ऊं सभि लुखुं तैं भरमै, जौनु जानवर की छाप अपड़ा कपाल पर लगै छै अर जु वेकी मूर्ति की आराधना करदा छा, यु द्वी ज्यूंदा ही वीं आग की झील मा, जु गन्धक ल जल्दींनि डलै गैनी।