किलैकि जन कै मनिख की देह एक च अर वेका अंग भौत छिनी, भौत हूंण पर भि सभि मिल कै एक ही देह च उन के ही मसीह भि अर वे पर विश्वास कन वला विश्वासी भि एक ही छिनी।
इलै, तुम तैं यां पर ध्यान दींण चयणु च! परमेश्वर की मयलदु-पन अर कठोरता तैं, जु गिरी गैनी, ऊं पर कठोरता, पर तुम पर दया त हवे, तुम वेकी दया मा बंणयां रा, नथिरी तुम भि कटै जैला।
तब मि राजा ऊं तैं जवाब दयालो मि तुम मा सच बुल्णु छौं कि तुम ल जु मेरा यूं छुटा से छुटा मेरा चेला विश्वासी भयों मा बट्टी कै एक का दगड़ा भि कैरी उ सब मि ही दगड़ी कैरी।