खास चेलों 9:39 - गढवली नयो नियम39 यु सूंणि के जब पतरस ऊंका दगड़ी याफा नगर मा ऐ, तब उ वे तैं कमरा मा ली गैनी, जख मुरीं तबिता तैं रख्युं छो, उख सब विधवा जनन पतरस का चौतरफी खड़ी हवे गैनी अर रूंण लगि गैनी, अर ऊं कपड़ोंं तैं दिखांण लगि गैनी, जौं तैं दोरकास ल ऊंकु बणै छो। Gade chapit laGarhwali39 तब पतरस उठी के ऊंका दगड़ा मा चलि गै। अर जब उ उख पौंछी, त ऊ लोग वेतैं मंज्यूळ लि गैनी। अर सब विधवा जनानियां वेतैं घेरि के रुंण लगि गैनी, अर वु पतरस तैं कुरता अर कपड़ा दिखौण लगि गैनी, जु की दोरकास न सीली छा, जब वा ज्यून्द छै अर ऊंका दगड़ा मा छै। Gade chapit la |