इलै कुई वेकी इच्छा पर चलण चांदो उ जांणि ल्यो की मेरी शिक्षा परमेश्वर की तरपां बट्टी औंद या मेरा अपड़ा अधिकार बट्टी न, या मेरा अपड़ी तरपां बट्टी नि बुल्द।
इलै कै तैं याफा नगर भेजि के शमौन जै तैं पतरस भि बुल्दींनि, वे तैं इख बुलै ले; उ समुद्र का छाला चमड़ा को काम कन वला शमौन का घौर मा मेहमान च जब उ आलो, त त्वे तैं पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी एक सन्देश बतालो।”