परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च, “कि हर एक मामला तैं द्वी या तीन गवाहों की गव्है का द्वारा सुलझये जौं।” मिल पैली ही ऊं लुखुं तैं चितै यले जु मेरी दुसरी यात्रा पर उख छा अर पाप कना छा, अब मि फिर से ऊं तैं अर दुसरा सभियूं तैं चितै दींदु, जन कि मिल पैली ईं चिट्ठी मा द्ये छै। अब मि तुम मा तिसरी बार आंण वलो छो अर जु ऊंल अभि भि पाप कन बंद नि कैरी, त कुई भि सजा बट्टी बचि नि सकलो।