3 यूहन्ना 1:2 - गढवली नयो नियम2 हे प्रिय दगड़िया, मेरी या प्रार्थना च; कि जन तेरु आत्मिक जीवन (आत्मा) उन्नति कनु च, उन ही तू सभि बातों मा उन्नति कैर, अर तेरी देह मजबूत रौ। Gade chapit laGarhwali2 हे मेरा प्यारा भै, मि इन प्रार्थना करदु कि जन तू आत्मिक रुप से मजबूत होन्दी जाणि छैई, ठिक उन्नि हरेक बात से भरपूर होन्दी जा अर खूब रै। Gade chapit la |
हे विश्वासी भयों, अर हम तैं लगातार पिता परमेश्वर कु धन्यवाद कन चयणु च किलैकि प्रभु तुम बट्टी प्रेम करद। किलैकि पिता परमेश्वर ल दुनिया की सृष्टि से पैली ही तुम तैं चुणि कि तुम तैं बचै साको; उ पवित्र आत्मा का कामों का द्वारा जु तुम तैं पवित्र बणांद अर तुमारा द्वारा प्रभु यीशु मसीह का बारा मा सच्चा संदेश पर विश्वास कन से तुम तैं बचांद की तुम उद्धार पां।