2 कुरिन्थि 3:3 - गढवली नयो नियम3 यु प्रगट च, कि तुम मसीह की तरपां बट्टी एक चिठ्ठी का जन छा अर य चिठ्ठी हमारी सेवकाई कु सबूत च; जु स्याही ल न, या ढुंगा की पटियों पर न, पर ज्यून्दा पिता परमेश्वर का आत्मा का द्वारा मनिख्युं का दिल की पटियों पर लिखै गै। Gade chapit laGarhwali3 अर या बात सच्च च कि तुम लोगु का जीवन बदलि गैनी, इलै अब से तुम लोग यीशु मसीह की एक चिठ्ठी की तरौं छाँ जौं तैं हमरा द्वारा बंटे गै। अर तुमतै कै कलम या स्याई का द्वारा ढुंगो की पाटि पर नि लिखे गै, बल्किन मा तुमतै त पवित्र आत्मा का द्वारा लिखे गै जु कि तुमरा दिलों मा च। Gade chapit la |
फिलदिलफिया शहर की मण्डलि का दूत तैं लिख; मि ही उ छो जु पवित्र अर सचै छो, जै मा उ चाबी च जु राजा दाऊद की च। जब मि वीं चाबी तैं लींदु छो अर एक द्वार तैं खुलद त कुई भि वे तैं बंद नि कैर सकद, अर जब मि चाबी लींदु अर एक द्वार बंद कैरी दींदु त कुई भि वे तैं खोल नि सकद, जैका खुल्यां तैं कुई बन्द नि कैर सकद अर बन्द करयां तैं कुई खोल नि सकद, उ यु बुल्द,
जब मूसा की व्यवस्था ज्वा ढुंगा की पठालों पर लिखीं छै, दिये गै, वे बगत पिता परमेश्वर की महिमा दिखै द्ये; इस्राएल का लोग लंबा बगत तक मूसा का मुक तैं नि देखि सकिनि किलैकि उ चमकणु छो, जबकि य चमक जादा लम्बा बगत तक नि रै; इलै जु मूसा की व्यवस्था पर जुड़ीं सेवकाई मौत का तरपां लिजांदी त, जै की य महिमा च त वेकी आत्मा सेवकाई की महिमा बट्टी और जादा होली।