लोग हम तैं मूर्ख मणदींनि किलैकि हम मसीह का बारा मा उपदेश दींदयां, पर तुम गलत सुचदा कि तुम इथग बुद्धिमान मसीह छा, भौत लोग मणदींनि कि हम मा कुई अधिकार नि च। पर तुम गर्व से बुल्दा कि तुम मा पिता परमेश्वर की शक्ति च। लोग हमारो आदर नि करदींनि पर उ तुम्हरो सम्मान करदींनि।
तुम्हरी चिठ्ठी मा तुम ल मूर्तियों का संमणी चढ़यूं बलि कु खांणु का बारा मा पूछि छों, कि हम सभि यु बारा मा जंणदा छा; पर ज्ञान बड़ा मोन तैं पैदा करद, पर अगनैं बढ़ण मा हम एक-दुसरा की मदद प्रेम का दगड़ी करदां।
तू बुल्दी छै कि तू धनवान छै अर त्वे मा उ सब कुछ च जै की त्वे तैं जरूरत च, पर सचै य च कि तू अंधा जन छै, तू नि जणदी कि तू हकीकत मा कन छै। त्वे पर तरस आंण चयणु। किलैकि तू गरीब छै, यांको मतलब यो च कि त्वे मा विश्वास की कमी च तू ऊं लुखुं का जन छै जौं मा कपड़ा नि छिनी।
मि जंणदु छो कि तू क्य करदी, तू कन परिश्रम करदी अर कभी भि हार नि मणदी; अर मि जंणदु छो कि तू बुरा लुखुं की झूठी शिक्षाओं तैं सहन नि करदी। तिल ऊं लुखुं तैं जाँची जु बुल्दींनि कि उ प्रेरित छिनी पर हकीकत मा नि छिनी, अर तिल ऊं तैं झूठो पै।