2 कुरिन्थि 10:1 - गढवली नयो नियम1 मि उ ही पौलुस छों जु तुम्हरा संमणी डरपोक छो, पर तुम बट्टी दूर जांण पर हिम्मत वलो हवे जांदु; तुम तैं मसीह की नम्रता, अर कोमलता का कारण निवेदन करदु। Gade chapit laGarhwali1 हे मेरा दगड़्यों, मि पौलुस यीशु मसीह की तरौं दया करण वळु, अर दीन सभौ को बणि के हमेसा तुम से बिन्ती करदु, मगर तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि इन बुल्दिन कि, “अरे, जब पौलुस तुमरा बीच रौन्दु तब उ बिल्कुल सीदु-सादु बणि के रौन्दु, मगर जब उ तुम से दूर चलि जान्दु त अपणी चिठ्ठीयों मा इन लिखदु जन कि उ तुमतै धमकी देणु होलु।” Gade chapit la |
मि यूहन्ना, तुम्हरो दगड़िया विश्वासी, अर मि मसीह कु दुःख सौण मा अर पिता परमेश्वर का राज्य मा अर धीरज मा तुम्हरो दगड़िया छो, जु ऊं लुखुं पर औंदींनि जौको ऊं दगड़ी रिश्ता च। मि तैं पतमुस टापू पर कैदी बणै के भिजे गै छो किलैकि मिल पिता परमेश्वर का वचन कु प्रचार कैरी छो अर यीशु का सच्चा संदेश का बारा मा बतै छो।