1 कुरिन्थि 6:2 - गढवली नयो नियम2 तुम अच्छो के जंणदयां कि भविष्य मा पिता परमेश्वर का लोग ईं दुनिया मा लुखुं तैं जांच अर न्याय करला; इलै, जब तुम तैं ईं दुनिया का लुखुं कु फैसला कन त तुम तैं छुटा-छुटा मामलों कु फैसला कना का योग्य हूंण चयणु च। Gade chapit laGarhwali2 हे मेरा दगड़्यों, तुम इन किलै करद्यां? क्या तुम ईं बात तैं नि जणद्यां, कि न्याय का दिन पर पवित्र लोग न दुनियां का लोगु को न्याय करण? इलै जब हम दुनियां का सब लोगु को न्याय करण वळा छां, त क्या तुम लोग इथगा लैख भि नि छाँ, कि छुटी से छुटी बातों को फैसला तुमरा ही बीच मा हो? Gade chapit la |
वेका बाद मिल कुछ सिंहासन दिखिनि अर जु लोग ऊं सिंहासनों पर बैठयां छा ऊं तैं राज्य कनु को अधिकार दिये गै छो। मिल ऊं लुखुं की आत्माओं तैं भि देखि, जूंका मुंड तैं काटेले छो किलैकि ऊंल यु अंगीकार कैरी छो कि यीशु ऊंको प्रभु छो, अर उ परमेश्वर का वचन पर विश्वास करदा छा। ऊं लुखुं ल जानवर या वेकी मूर्ति की आराधना नि कैरी छै, ऊंल अपड़ा माथा या हथों पर जानवर की छाप भि नि लगै छै। यु लोग दुबरा ज्यून्दा हवे गैनी अर एक हजार सालों तक मसीह का दगड़ी मिली के राज्य कैरी।
मि इन इलै बुल्णु छों, किलैकि पिता परमेश्वर ल समझदारी का दगड़ी यु निर्णय लये कि ई दुनिया का लोग अपड़ी काबलियत ल वे तैं जनण मा सक्षम नि छिनी। इलै पिता परमेश्वर ल ऊं लुखुं तैं बचौणु कु जु हमारा द्वारा प्रचार किये गै शुभ संदेश तैं मणदींनि, अर जु लोग यु नि मणदींनि उ बुल्दींनि कि हमारा उपदेश कु कुई फैदा नि च।