1 कुरिन्थि 2:14 - गढवली नयो नियम14 पर उ मनिख जैल परमेश्वर की आत्मा तैं नि पै, उ परमेश्वर की आत्मा की बातों तैं स्वीकार नि करदु, किलैकि उ वेकी नजर मा मूर्खता की बात च, किलैकि एक आदिम अपड़ी कीमत तभि जांणि सकद जब वेमा पवित्र आत्मा रौंदी। Gade chapit laGarhwali14 अर जु लोग सरील की मनसा का मुताबिक चलदिन, ऊ परमेस्वर की पवित्र आत्मा की बातों तैं स्वीकार नि करदिन, इन्द्रया लोगु खुणि यू बात बेमतलब की छिन। मगर यों सब बातों तैं पवित्र आत्मा का द्वारा ही बिंगै जै सकदु। Gade chapit la |
अर तुम कु, उ पवित्र आत्मा, जै तैं तुम ल मसीह बट्टी पयुं च, अर तुमारा भितर रांदो, अर इलै कै तैं भि तुम तैं सचै का बारा मा सिखौंण की जरुरत नि च, उ तुम तैं ऊं सभि बातों का बारा मा सैरी सचै तैं जनण मा मदद करदो किलैकि वेको अभिषेक तुम तैं उ सब कुछ सिखांदु ज्यां कि तुम तैं जरूरत च। जु भि पवित्र आत्मा तुम तैं सिखांदु च उ सच च अर झूठ नि अर इलै मसीह का दगड़ा मा एकता मा बणयां रावा जन कि पवित्र आत्मा ल तुम तैं कनु कु बुल्युं च।
मि इन इलै बुल्णु छों, किलैकि पिता परमेश्वर ल समझदारी का दगड़ी यु निर्णय लये कि ई दुनिया का लोग अपड़ी काबलियत ल वे तैं जनण मा सक्षम नि छिनी। इलै पिता परमेश्वर ल ऊं लुखुं तैं बचौणु कु जु हमारा द्वारा प्रचार किये गै शुभ संदेश तैं मणदींनि, अर जु लोग यु नि मणदींनि उ बुल्दींनि कि हमारा उपदेश कु कुई फैदा नि च।