1 कुरिन्थि 14:2 - गढवली नयो नियम2 किलैकि जु अन्य भाषा मा बात करदो; उ मनिख्युं बट्टी न, पर पिता परमेश्वर बट्टी बात करदो; इलै की वेकी बातों तैं कुई नि समझद; किलैकि उ पवित्र आत्मा की सामर्थ का द्वारा गुप्त बातों तैं बुल्द। Gade chapit laGarhwali2 किलैकि जु मनखि अलग-अलग भाषा मा बुल्दु, वु मनखियों का दगड़ा मा ना, बल्किन मा पिता परमेस्वर से बात करदु। अर इन्द्रयो मनखि पवित्र आत्मा का द्वारा पवित्र राज बतौन्दु, मगर कुई दुसरो मनखि वेकी बातों तैं समझि नि सकदु। Gade chapit la |
यां मा कुई शक नीच कि भक्ति कु भेद गैरु-गम्भीर च, मसीह जु मनिख का रूप मा प्रकट हवे, पवित्र आत्मा का द्वारा पिता परमेश्वर का नौंनो का रूप मा साबित किये गै, स्वर्गदूतों तैं दिखै गै अन्य-जातियों का लुखुं ल देश-देश मा वेको प्रचार कैरी, दुनिया भर का लुखुं ल वे पर विश्वास कैरी अर महिमा का दगड़ा वे तैं मथि स्वर्ग मा उठै गै।
हे विश्वासी भयों, सूंणा कि कामों तैं कन कै कन चयणु च, जब तुम पिता परमेश्वर की आराधना कु कठ्ठा हूंदा, त तुम मा बट्टी कुई त गीतों तैं गौ, कुई उपदेश द्यो, कुई प्रभु का द्वारा दियां ज्ञान तैं बांटो, जु कुई अन्य भाषा मा बात कैरो, त दुसरो आदिम वेको अनुवाद कैरो। यु सभि बातों कु उद्देश्य मण्डलि तैं विश्वास मा मजबूत हूंण कु मदद कन च।